डेस्क: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अपनी दमदार एक्टिंग के साथ साथ अपने बेबाक बयानों के लिए भी जानी जाती है। महाराष्ट्र सरकार और कंगना रनौत के बीच छिड़े विवाद के बाद कंगना ने ट्विटर पर दिल्ली बॉर्डर पर हो रहे किसान आंदोलन के बारे में ट्वीट किया था।
कंगना रनौत ने अपने ट्वीट में किसान आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया और एक बुजुर्ग महिला को दिल्ली के शाहीनबाग में प्रदर्शन करने वाली महिला कहा। कंगना ने पैसे लेकर प्रदर्शन करने वाले लोगों की श्रेणी में रखते हुए बुजुर्ग महिला को 100 रुपये में उपलब्ध दादी कहा। कंगना के इस ट्वीट ने बवाल ही मचा दिया। कंगना ने जिस बुजुर्ग महिला को शाहीनबाग की दादी कहा था वह महिला शाहीनबाग वाली दादी नहीं थी।
3 नवंबर को कंगना रनौत को उनके ट्वीट के लिए खरी-खटो सुनाते हुए सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ की भी कंगना ट्वीट विवाद में एंट्री हुई। अपने ट्वीट से करारे जवाब देने वाली कंगना को दिलजीत ने पंजाबी में काफी सुनाया। दोनों तरफ ट्विटर पर युद्ध छिड़ गया। कंगना हेटर्स ने दिलजीत के सभी जवाबों को धड़ल्ले से शेयर करना शुरू कर दिया और कंगना के खिलाफ खूब मीम बनाये। दो लोगों के बीच छिड़ी सोशल मीडिया की बहस को सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स ने बेहद शर्मनाक बना दिया।
3-4 नवंबर की रात से ही कंगना रनौत के हेटर्स ने सोशल मीडिया पर बहुत ही गंदे शब्दों का प्रयोग करके कंगना के खिलाफ हैशटैग चलाया। कंगना के खिलाफ अश्लील गाली वाला हैशटैग चलायया गया। यहां तक की अभी भी सोशल मीडिया पर #दिलजीत-ने-कंगना-को पेला हैशटैक चल रहा है ।
दिलजीत दोसांझ से पहले पंजाबी सिंगर जसबीर जस्सी ने भी कंगना को जवाब देते हुए एक ट्वीट किया था। जसबीर ने कंगना को चापलूस और बेशर्म बताया। दरअसल, कंगना ने अपने ट्वीट में लिखा था, “मोदी जी कितना समझाएंगे,कितनी बार समझाएंगे? शाहीन बाग में ख़ून की नदियां बहाने वाले भी ख़ूब समझते थे की उनकी नागरिकता कोई नहीं छीन रहा, लेकिन फिर भी उन्होंने दंग्गे किए देश में आतंक फैलाया और अंतरष्ट्रिया स्तर पे ख़ूब पुरस्कार भी जीते, इस देश को ज़रूरत है धर्म और नैतिक मूल्यों की।” कंगना के इस ट्वीट का जवाब देते हुए जसबीर ने लिखा, ‘मुम्बई नगर निगम ने एक चबूतरा तोड़ा था तो दुनिया सिर पे उठाये घूमती थी। किसान की मां ज़मीन दांव पर लगी है और बात करती है समझाने की। किसान के हक़ नहीं बोल सकती तो उसके ख़िलाफ़ तो मत बोलो कंगना रनौत। चापलूसी और बेशर्मी की भी कोई हद होती है।