हरियाणा: पूर्व मुख्यमंत्री एवं इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला सोमवार को शाहबाद व पिपली अनाज मंडी में किसानों व आढ़तियों की समस्याएं सुनने के लिए पहुंचे। पिपली में एक आढ़ती बनारसी दास ने कहा कि ऐसा जुगाड़ करवा दो कि धान की 25 दिनों से अटकी पेमेंट हो जाए। जिस पर चौटाला मुस्कुराए और पूछा इनेलो के राज में कभी इतने दिन तक किसानों की फसल की पेमेंट लटकी थी, उन्होने कहा कि इनेलो के राज में तो धान का भाव भी पूरा मिलता था। उन्होने मौजूद आढ़तियों व किसानों से अपील की कि वे आपसी भाईचारा कायम रखते हुए इनेलो के झंडे के नीचे एकजुट हो जाएं इनलो का राज आने पर उनकी सभी समस्याओं का हल हो जाएगा।
आढ़तियों और किसानों ने चौटाला को बताया कि पिछले 25 दिन से सरकार की ओर से धान खरीद की कोई पेमेंट नही आई है, जबकि सरकार का दावा 72 घंटे में पेमेंट करने का था। किसान को फसल के पैसे नही मिले, आढ़तियों को कमीशन नही मिली और मजदूरों को लेबर नही मिली जिस कारण रोटी के लाले पड गए हैं। आढ़ति बनारसी दास ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाया और चौटाला को बताया कि जब भी आढ़तियों का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिलने गया तो मुख्यमंत्री ने सभी मांगे पूरी करने की घोषणा की लेकिन 15 मिनट पश्चात ही मुख्यमं्रत्री अपने वायदे से मुकर जाते हैं।
चौटाला ने समस्याएं सुनने के पश्चात कहा कि इन समस्याओं से निजात पाने का एक ही रास्ता है कि सभी आपसी भाईचारा कायम रखते हुए इनेलो के झंडे के नीचे इकट्ठे हो जाएं। बरोदा उपचुनाव में इनेलो का उम्मीदवार अन्य सभी उम्मीदवारों से बेहतर है वे स्वच्छ छवि के व्यक्ति हैं। उपचुनाव में इनेलो की विजय के पश्चात प्रदेश की राजनीति में भगदड़ मच जाएगी और यह सरकार अपने ही बोझ में टूट जाएगी और हरियाणा में मध्यावधि चुनाव होंगें। इन मध्यावधि चुनाव में कमेरा वर्ग एकजुट होकर इनेलों की सरकार बनाएं। इनेलो की सरकार बनने पर सभी समस्याओं का हल किया जाएगा।
चौटाला ने कहा कि यह पहली सरकार है जिसमें सत्ता का सुख भोगने वाले लोग पार्टी छोड़कर इनेलो में शामिल हो रहे हैं। बोर्डों के चेयरमैन अपने पद छोडकर भाग रहे हैं। बरोदा उपचुनाव परिणाम के पश्चात गठबंधन सरकार के कई विधायक भाग जाएंगें। उन्होने कहा कि आज किसाान, आढ़ती सहित हर वर्ग सरकार से दुखी है। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन किसान विरोधी कानूनों का विरोध जताने पर किसानों पर लाठियां बरसाई जाती हैं उन पर कत्ल के झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। प्रदेश में जंगल राज है। इनेलो के राज में जनता नही सरकार जनता के द्वार पर जाती थी और अधिकारी गांव में जाकर लोगों की समस्याएं पूछते थे लेकिन आज तो कोई सुनने वाला नही है। प्रदेश की सभी सडकें टूटी पडी हैं कानून व्यवस्था का दीवाला पिट चुका है। मंडियां धान से अंटी पडी हैं। किसानों का धान एमएसपी पर खरीदने की बजाए औने-पौने दामों में खरीदा जा रहा है।