डेस्क: उप-चुनाव 33 बरोदा में नामांकन वापसी के दिन तीन उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापिस लिए हैं। इनमें दो निर्दलीय प्रत्याशी शामिल हैं। एक कवरिंग प्रत्याशी ने भी अपना नामांकन वापिस लिया है। नामांकन वापसी की प्रक्रिया पूर्ण करते हुए रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम आशीष कुमार ने बताया कि अब उप-चुनाव में कुल 14 प्रत्याशी शेष रह गए हैं। रिटर्निंग अधिकारी एवं एसडीएम आशीष कुमार ने बताया कि नामांकन पत्रों की छंटनी के उपरांत आज नामांकन वापसी का दिन निर्धारित था, जिसके तहत दोपहर बाद 03:00 बजे तक बरोदा उप-चुनाव में प्रत्याशियों को नामांकन वापसी का समय दिया गया था।
निर्धारित समयावधि तक तीन उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापिस लिया है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में डा. कपूर सिंह नरवाल ने अपना नामांकन वापिस लिया है। आजाद उम्मीदवार जोगेंद्र सिंह मोर ने भी अपना नामांकन वापिस ले लिया है। साथ ही लोसुपा प्रत्याशी के कवरिंग उम्मीदवार के रूप में नामांकन करने वाले प्रत्याशी राजेंद्र सिंह ने भी अपना नामांकन वापिस लिया है। श्री
वही टिकट ना मिलने से नाराज डॉ. कपूर नरवाल को पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आखिरकार मना लिया है। डॉ. कपूर नरवाल द्वारा अपना नामांकन वापिस लेने पर राजी करने के लिए उनके गोहाना निवास पर स्वयं भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उनके बेटे दीपेन्द्र सिंह हुड्डा, कलायत के विधायक जयप्रकाश, गोहाना के कांग्रेस के विधायक जगबीर सिंह मलिक के अलावा महम के विधायक बलराज कुंडू भी पहुंचे। हुड्डा ने डॉ. कपूर को पार्टी में पूरा मान सम्मान देने का वायदा किया और बीजेपी सरकार के खिलाफ एक साथ मुकाबला करने की बात कही।
कल कथूरा गांव में बरोदा हलके की 36 बिरादरी के लोगों ने पंचायत की थी। पंचायत में एक कमेटी का गठन किया गया कि बरोदा उपचुनाव में कौन सा नरवाल हिस्सा लेगा और कौन सा नरवाल पीछे हटेगा। जिसके बाद अब कपूर सिंह नरवाल ने कांग्रेस को समर्थन देते हुए अपना नामांकन पत्र वापस लेने की घोषणा की।
डॉ. कपूर सिंह नरवाल के नामांकन वापिस लेने पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बरोदा का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है, सवाल एक सीट और एक एमएलए का नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में 6 साल से बेरोजगारी बढ़ रही है, अपराध बढ़ रहा है। भाजपा राज में केवल घोषणाएं ही घोषणाएं हैं। यह सरकार रोजगार देने के बजाय बेरोजगार कर रही है, सरकार कर्मचारियों को हटाने का काम कर रही है।
हुड्डा ने कहा कि 1966 से लेकर 2014 तक हरियाणा पर 50 हजार करोड़ कर्जा था, लेकिन अब कर्ज 2 लाख करोड़ से ऊपर हो गया है। उन्होंने कहा कि बरोदा उपचुनाव हरियाणा की दिशा और दशा बदलेगा। ये साधारण चुनाव नहीं है, यहां मेरा, डॉ. कपूर का या कांग्रेस का सवाल नहीं है यहां सवाल पूरे हरियाणा का है।