डेस्क : अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हरियाणा के किसानों ने अब छह मार्च को विधानसभा घेराव का ऐलान कर दिया है। किसानों ने चंडीगढ़ कूच को सफल बनाने के लिए जिला स्तर पर न केवल अभियान शुरू कर दिया है, बल्कि बुधवार से यमुनानगर जिले के रादौर से चंडीगढ़ के लिए पैदल मार्च शुरू करेंगे। राष्ट्रीय किसान महासंघ की सात सदस्यीय कोर कमेटी के नेता गुरनाम सिंह चढूनी के अनुसार सरकार ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में किए वादे को पूरा करने की बजाए आंदोलनकारियों पर लाठियां बरसाई तथा उन पर मुकदमे दर्ज करा दिए। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली में कार्यकर्ता बिना हेलमेट गए, लेकिन किसानों को नियम तोडऩे के आरोप में तंग किया गया। दिल्ली कूच से पहले रात भर किसान नेताओं की धरपकड़ की गई, जिससे पता चलता है कि सरकार कितनी डरी हुई थी।
चढूनी के अनुसार हमारा संघर्ष यहीं खत्म नहीं होगा। भाजपा सरकार ने अपने बजट में खुद ही फसलों के लागत मूल्य से डेढ़ गुणा अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का ऐलान संसद में किया है, मगर यह सिर्फ हवाई है। वही भाकियू नेता राकेश बैैंस के अनुसार बुधवार से पदयात्रा आरंभ होगी। पदयात्रा में शामिल समस्त किसान पांच मार्च तक पंचकूला के गुरुद्वारा नाडा साहिब पहुंच जाएंगे। वहां से छह मार्च को सुबह विधानसभा की तरफ कूच किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोर कमेटी के समस्त नेता किसानों की अगुवाई करेंगे। अगर यहां भी किसानों को रोकने की कोशिश हुई तो जमकर आंदोलन किया जाएगा।