डेस्क: उत्तर प्रदेश, रायबरेली निजी सम्मेलन के कार्यक्रम में सन्तों का आर्शीवाद लेने पहुंचे प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीराम और सीता माता हमारे आराध्य हैं। इनके आर्शीवाद के बिना हम लोग किसी भी अच्छे कार्य की शुरुआत नहीं करते हैं। और जब सुबह नींद से जागते हैं तो हम सुबह उनका स्मरण करके ही अपने दिन की शुरुआत करते हैं। इस दौरान उन्होंने सीता माता के जन्म को टेस्ट ट्यूब से जोड़ने वाले मामले में भी अपनी सफाई दी। कहा कि वे राजनीति में सेवाभाव और समर्पण का भाव लेकर आए हैं और एक अच्छे राजा को जनता को जवाब देने के लिये तैयार रहना चाहिये। शासक जनता का सेवक होता है, इसे नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने महान विचारक और आचार्य चाणक्य का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि शासक को कभी भी अपने मन में अहंकार नहीं करना चाहिए। शासक और जनता के बीच में संवाद हर समय बनाये रहना चाहिए और राजा अपनी प्रजा के लिए सदैव सेवा और समर्पण का भाव रखे तभी सुशासन की स्थापना होती है।
डिप्टी सीएम ने माता सीता के जन्म पर दिए गए अपने विवादित बयान पर एक बार फिर से सफाई देते नजर आये। उन्होंने कहा कि माता सीता पर उनके द्वारा कहे गए शब्दों का गलत अर्थ निकाला गया। उनका कथन प्राचीन आविष्कार और वर्तमान टेक्नीक के संदर्भ में था। इसका मतलब यह नहीं कि मैनें माता सीता पर कोई टिप्पणी की।