दुनिया के सामने पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हुआ, शर्मिंदा हुआ। वहां फल-फूल रहे आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के सरगना नूर वली महसूद को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया है। जून 2018 में तालिबान का सरगना फजलउल्लाह अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था। इसके बाद नूर को टीटीपी का सरगना बनाया गया था। नूर पाकिस्तान के कबायली इलाके में रहता है। उसे पाकिस्तानी फौज का करीबी माना जाता है। अफगानिस्तान में होने वाले आतंकी हमलों के लिए अमेरिका इसे ही जिम्मेदार मानता है।
अमेरिका ने इस निर्णय का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ साउथ एंड सेंट्रल एशियन अफेयर्स (एससीए) ने ट्वीट कर कहा कि टीटीपी पाकिस्तान में आतंकी हमलों के लिए कुख्यात है। महसूद ने अमेरिका में भी बम धमाके की साजिश रची थी। 2010 में पेशावर स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर भी इसी ने हमला कराया था। महसूद को अमेरिका पिछले साल ही वैश्विक आतंकी घोषित कर चुका है।
वही ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित होने के बाद मेहसूद की सभी संपत्तियां सीज कर दी जाएंगी। फिर चाहे वे किसी भी देश में हों। इसके अलावा उस पर ट्रैवल बैन लगाए जाएंगे। हथियारों की खरीद फरोख्त पर भी रोक लगाई जाएगी। माना जाता है कि मेहसूद के रिश्ते अल-कायदा और आईएसआईएस से भी हैं।