डेस्क: कोरोना ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग का ट्रेंड भी बदल दिया है। यही वजह है कि प्री पोल वोटिंग ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। यहां 3 नवंबर को होने वाली फाइनल वोटिंग से 9 दिन पहले ही 5.9 करोड़ वोटिंग हो चुकी है। यूएस में लाखों वोटर भीड़ वाले पोलिंग बूथ पर जाने से बचना चाह रहे हैं। हालांकि, लोगों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन के बीच मुकाबला कड़ा होने से उत्साह देखा जा रहा है।
एक इंडिपेंडेंट वोट मॉनिटर के मुताबिक, 2020 में प्री इलेक्शन बैलट्स की संख्या ने 4 साल पहले हुए चुनाव के वोटों को पीछे छोड़ दिया है। दावा किया गया है कि रविवार तक 5.9 करोड़ से ज्यादा लोग वोट डाल चुके हैं। यूएस इलेक्शन असिस्टेंस कमीशन की वेबसाइट के अनुसार, पिछली बार कुल 5.7 करोड़ लोगों ने मेल के जरिए या पोलिंग से पहले वोट दिया था।
यूएस में डेमोक्रेटिक पार्टी शुरूआत से ही प्री पोल वोटिंग को बढ़ावा दे रही है। इससे लग रहा है कि इसमें उन्हें बढ़त मिल सकती है। हालांकि, इसके उलट डोनाल्ड ट्रम्प दावा कर रहे हैं कि मेल से डाले जाने वाले वोट (मेल इन बैलट) फ्रॉड की वजह बनते हैं। इस वजह से रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों से चुनाव के दिन ही वोटिंग की उम्मीद की जाती है। फिलहाल, ट्रम्प महीनों से बिना किसी सबूत के यह बयान दे रहे हैं।
अनुमान के मुताबिक, इस बार चुनाव में 15 करोड़ से ज्यादा लोग वोट डाल सकते हैं। 2016 के चुनाव में यह आंकड़ा 13.7 करोड़ रहा था। इनमें कुछ राज्य बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। यहां वोटिंग का आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ रहा है। इनमें टेक्सास भी शामिल है। रविवार तक यहां 2016 के मुकाबले 80% वोट डाले जा चुके हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर और एक इलेक्शन प्रोजेक्ट का प्रबंधन कर रहे माइकल मैक्डॉनाल्ड का कहना कि कोई शक नहीं कि फाइनल वोटिंग के दिन तक टेक्सास में 2016 से ज्यादा वोटिंग हो चुकी होगी। सवाल यही है कि ये कितनी ज्यादा होगी। टेक्सास रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ रहा है। यहां 1980 के बाद से ही रिपब्लिकन कंडीडेट को समर्थन मिला है। फिलहाल, कुछ सर्वे में ट्रम्प पर बिडेन को भारी पड़ते दिखाया गया है।