डेस्क: किसान बिल के विरोध में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर में सड़क पर उतरे। उन्होंने अमृतसर के भंडारी पुल से हाल गेट तक मार्च में भाग लिया। सैकड़ों की भीड़ में समर्थक भी सिद्धू के साथ हैं। इस दौरान उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसान बिल से जमाखोरी को बढ़ावा मिलेगा। क्या सरकार रोटी को आवश्यक वस्तु नहीं मानती है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि पंजाब का हर आदमी और हर पार्टी जब इकट्ठा होकर लड़ेगी तो हम ये बिल लागू नहीं होने देंगे। आज मैं यहां अपने लिए आया हूं क्योंकि किसान मेरे प्राण है, किसान मेरी जान है और किसान मेरी पगड़ी है और उन्होंने आज इस पगड़ी को हाथ लगाया है।
उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों, किसान संगठनों और प्रत्येक पंजाबी को इस किसान विधेयकों के क्रियान्वयन का मजबूती से विरोध करने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।
इससे पहले सिद्धू ने ट्वीट के जरिए भी कृषि बिलों को केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में लिखा, ‘सरकारें तमाम उम्र यही भूल करती रही, धूल उनके चेहरे पर थी, आईना साफ करती रही।
एक अन्य ट्वीट में सिद्धू ने कहा, किसान पंजाब की आत्मा है शरीर के घाव ठीक हो सकते हैं, लेकिन आत्मा के घाव को ठीक नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इसमें आगे लिखा हमारे अस्तित्व पर हमला बर्दाश्त नहीं है। युद्ध का बिगुल बजाते हुए क्रांति को जीने का काम करो पंजाब, पंजाबी और हर पंजाबी किसान के साथ है।
बता दें कि पंजाब में किसान बिल का मुद्दा बेहद गरमाया हुआ है। इससे पहले शिरोमणी अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था।उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को विश्वास में लेने में कामयाब नहीं हुई।
कुल मिलाकर इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष आमने सामन है। सरकार दावा कर रही है कि ये कानून किसानों के जीवन में बदलाव लाएगा। उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। किसानों को आजादी मिलेगी कि वे अपनी फसल कहीं भी बेच सकेंगे। वहीं विपक्ष का दावा है कि इससे निजी कंपनियां किसानों का शोषण करेंगी।