किसानों से जुड़े बिल भले ही लोकसभा और राज्यसभा में पास हो गए हैं, लेकिन इन बिल को लेकर विपक्षी दलों का हंगामा बढ़ता ही जा रहा है तो वही किसान भी इस बिल का विरोध करने में लगे हुए हरियाणा पंजाब के किसान जहा इस बिल के खिलाफ सड़को पर उतरे हुए है तो वही मोदी सरकार में शामिल सहयोगी अकाली दल भी इस एग्रीकल्चर बिल का विरोध कर रहा है और अब एग्रीकल्चर बिलों के पास होने के बाद अकाली दल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से इस बिल पर हस्ताक्षर ना करने का आग्रह किया है और वापस सदन भेजने के लिए कहा है।
सुखबीर बादल ने कहा कि इस बिल को दोबारा संसद में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि यह बिल किसान, मजदूर, आढ़तिए, मंडी मजदूरों और दलितों के खिलाफ है, जिसके चलते आप उनका साथ दें। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का अर्थ है आम सहमति, बहुसंख्यक उत्पीड़न नहीं।