हाथरस में गैंगरेप और हत्या का मामला अब पूरी तरह सियासी रंग ले चुका है। इस मामले में शुरुआत से लेकर अभी तक प्रशासनिक लापरवाही भी सामने आई है। अब इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय ने सीधा हस्तक्षेप किया है और हाथरस के एसपी विक्रांत वीर सिंह, क्षेत्राधिकारी (CO) राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड मोहर्रिर महेश पाल को निलंबित कर दिया गया है।
वही अब एसपी विनीत जायसवाल को हाथरस का नया बनाया गया है, लेकिन डीम प्रवीण कुमार लक्षकार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
अब इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है। चश्मदीदों के बयानों के अलावा, बयानों के तथ्यों को नार्को या पॉलीग्राफ टेस्ट आयोजित करके सत्यापित किया जाना चाहिए। एसआईटी ने यह सिफारिश सरकार से की है, जिसके आधार पर घटना से जुड़े सभी लोगों का नार्को टेस्ट और पॉलीग्राफी टेस्ट कराया जाएगा।
बता दें कि हाथरस में अपने घर के पास एक खेत में 14 सितंबर को युवती पर हमला किया गया था, जिसमें उसकी मौत हो गई। लंबे समय से चले आ रहे प्रदर्शनों को विफल करने के लिए पुलिस द्वारा करीब 2:30 बजे उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था।