डेस्क: चीन के साथ विवाद और कोरोना वायरस के बीच आज उमर खालिद भी सुर्खियां बना हुआ है। बता दें कि फरवरी में दिल्ली में हुए दंगों में उसका हाथ होने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। उमर खालिद प्रतिष्ठित जेएनयू का होनहार छात्र रहा है। बावजूद इसके पुलिस ने उस पर कई संगीन धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं। रविवार देर रात खालिद की गिरफ्तारी हुई।
दिल्ली दंगे में साजिश को लेकर स्पेशल सेल 17 सितंबर को चार्जशीट पेश करेगी। इसमें खालिद की पूरी भूमिका के बारे में बताया गया है। उमर खालिद की गिरफ्तारी यूएपीए के मामले में की गई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से इस मामले में पहले भी दो बार खालिद से पूछताछ हुई है। पहली बार कुछ महीने पहले पूछताछ हुई थी। जबकि दूसरी बार 2 सितंबर को उनसे पूछताछ की गई थी। इतना ही नहीं, पूछताछ करने के बाद पुलिस ने खालिद का मोबाइल फोन भी जांच के लिए जब्त कर लिया था।
वहीं उमर खालिद के पिता सईद कासिम रसूल इलियास ने कहा, ‘मेरे बेटे उमर खालिद को बीती रात 11 बजे यूएपीए के तहत दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस उससे कल दोपहर 1 बजे से पूछताछ कर रही है। उसे दिल्ली के हिंसा मामले में फंसाया गया है।’ खालिद को शनिवार और रविवार को तलब किया गया था। उसे करीब 11 घंटे तक पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया और अबदिल्ली की अदालत में पेश किया जाएगा।
एएनआई के मुताबिक, निलंबित AAP पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच द्वारा दायर चार्जशीट में जांच अधिकारी ने आरोप लगाया है कि दंगों से एक महीने से पहले 8 जनवरी को ताहिर हुसैन की मुलाकात खालिद और खालिद सैफी के साथ हुई थी। यूनाइटेड अगेंस्ट हेट शाहीन बाग में सीएए विरोध पर उमर ने उसे ट्रम्प की यात्रा के समय कुछ बड़े/दंगों के लिए तैयार रहने के लिए कहा था।
बाद में विशेष सेल ने दिल्ली हिंसा के संबंध में बड़ी साजिश की जांच शुरू की और 11 घंटे की पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस विशेष प्रकोष्ठ ने उमर खालिद को दिल्ली दंगों के मामले में एक साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तार किया है।