डेस्क: दिल्ली ( Delhi) की एक लेडी कॉन्स्टेबल के काम की चारों ओर चर्चा हो रही है। इनका नाम है सीमा ढाका ( Seema Dhaka) जो कि दिल्ली पुलिस के समयपुर बादली (Samaypur Badli) में हेडकॉन्स्टेबल हैं। दरअसल उन्होंने लापता बच्चों को ढूंढ़ने का जैसा बीड़ा उठा रखा है। उनके इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि सीमा बीते 3 महीने में 76 बच्चों को उनके घर तक पहुंचा चुकी है।
वही कॉस्टेबल सीमा ढाका (Seema dhaka) को विभाग ने आउट ऑफ टर्न प्रमोशन (Out of turn promotion) देने को फैसला किया है। उनको यह ईनाम अपने कार्य को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करने के लिए दिया जा रहा है। सीमा ने हाल में दिल्ली में 76 बच्चों को ढाई महीनों में ढूंढ निकाला था। जिसके लिए उन्हें यह प्रमोशन दिया जा रहा है। बता दें यह प्रमोशन पाने वाली सीमा दिल्ली की पहली कर्मचारी बन गई हैं।
सीमा ढाका ने कहा कि उसने दिल्ली, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब के बच्चों को बचाया है। वह महीनों से ऐसे मामलों पर काम कर रही थी और कहा कि उसके वरिष्ठों ने उसे और अधिक मामलों को सुलझाने और परिवारों की मदद करने के लिए प्रेरित किया। ढाका ने कहा कि मेरे सीनियर्स और टीम के सदस्यों ने मुझे यह प्रमोशन दिलाने में मदद की। मैं एक मां हूं और कभी नहीं चाहती कि कोई अपना बच्चा खोए। हमने बच्चों को बचाने के लिए लापता रिपोर्ट पर हर दिन चौबीसों घंटे काम किया ।
ढाका ने बताया कि उनके लिए सबसे चुनौतीपूर्ण मामलों में से एक इस साल अक्टूबर में पश्चिम बंगाल से एक नाबालिग को छुड़ाना था। पुलिस दल ने नावों में यात्रा की और बच्चे को खोजने के लिए बाढ़ के दौरान दो नदियों को पार किया। लड़के की मां ने दो साल पहले शिकायत दर्ज की थी, लेकिन बाद में अपना पता और मोबाइल नंबर बदल दिया। हम उसे ट्रेस नहीं कर सकते थे लेकिन जानते थे कि वे पश्चिम बंगाल से है। तलाशी अभियान शुरू किया गया। हम एक छोटे से गांव में गए और बाढ़ के दौरान दो नदियों को पार किया। हम किसी तरह बच्चे को उसके रिश्तेदार के पास से छुड़ाने में कामयाब रहे।