डेस्क: कोरोना की वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए वालंटियर बनने वाले हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। यह जानकारी उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से दी है। उन्हें नवंबर में ही कोरोना के देसी टीके कोवैक्सीन के ट्रायल के दौरान टीका लगाया गया था।
पिछले महीने जब भारत बायोटेक की वैक्सीन के तीसरे चरण के लिए ट्रायल शुरू किया जा रहा था, तब विज ख़ुद ही टीका लगवाने के लिए आगे आए थे और विज के साथ 200 वालंटियर्स को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई थी।
पीजीआई रोहतक की टीम की निगरानी में ही मंत्री विज को वैक्सीन का टीका लगाया गया। इसके बाद आधे घंटे तक उन्हें निगरानी में रखा गया। इससे पहले रोहतक पीजीआई की टीम ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के खून का नमूना लिया। सफल ट्रायल के बाद मंत्री विज ने जीत का निशान दिखाया और सीधे चंडीगढ़ स्थित अपने कार्यालय के लिए रवाना हो गए। मंत्री ने खुद आराम की जगह कार्यालय जाकर काम करने की इच्छा जताई थी। इस पर डॉक्टरों की टीम ने उन्हें अनुमति दी थी।
पीजीआई के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने कहा था कि कोवैक्सीन के खतरे काफी कम हैं। अभी तक की रिसर्च में एक दो वालंटियर को हल्का बुखार व टीके के स्थान पर दर्द जैसी समस्या आई है। हमारे सभी वालंटियर स्वस्थ हैं और अभी तक किसी को कोरोना होने की रिपोर्ट भी नहीं है।
इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता भी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। जानकरी अनुसार वहरियाणा में अब तक कोरोना संक्रमण के 2.4 लाख मामले सामने आ चुके हैं और 2,539 लोगों की मौत हो चुकी है।
केंद्र सरकार की ओर से वैक्सीन से जुड़ी तैयारियों के संबंध में शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत में 8 ऐसी संभावित वैक्सीन हैं, जो ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं। एक्सपर्ट्स ये मानकर चल रहे हैं कि अगले कुछ हफ़्तों में वैक्सीन आ जाएगी। जैसे ही वैज्ञानिकों की हरी झंडी मिलेगी, टीकाकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा।