डेस्क: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बुधवार को किसानों ने दोपहर एक बजे मोहड़ा मंडी से दिल्ली की ओर रुख किया। इस दौरान हज़ारों की तादाद में किसान ट्रैक्टर-ट्राली, बाइक व कारों मे सवार थे। मोहड़ा मंडी से निकलते ही शाहाबाद के रास्ते में पुलिस ने सीमेंट व लोहे के बैरिकेड लगाकर किसानों को रोकने का प्रयास किया।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी ने पुलिस को चेताया किसानों को जाने के लिए कहां जब पुलिस नहीं मानी तो कुछ देर में किसानों ने पुलिस नाकों को तोड़ दिया। वही रस्ते में लगे भारी भरकम सीमेंट के बोर को हटा दिया।
दोपहर 3 बजे के करीब किसान शाहाबाद-पिपली जीटी रोड पर थे। यहां पर भारी संख्या में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स तैनात रही। एक घंटा बीत जाने के बाद भी कोई हल नहीं निकला। जब किसान त्योड़ा थेह में नाके की ओर बढ़े तो डीएसपी गुरमेल सिंह ने दोबारा 20 मिनट का समय मांगा। दूसरी ओर पंजाब से भी बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर त्योड़ा थेह पर पहुंच गए ।
गुरनाम सिंह चढूनी ने मंगलवार को वीडियो जारी कर किसानों को मोहड़ी मंडी के पास एकत्रित होने का संदेश दिया। जिस पर बुधवार सुबह नौ बजे ही किसान वहां पर जुटाने लगे और करीब एक बजे तक हजारों की संख्या में किसान पहुंच गए। हालांकि पुलिस ने कईं ट्रालियों को मोहड़ी मंडी पहुंचने से पहले ही रोक दिया।
दिल्ली कूच से पहले गुरनाम सिंह ने किसानों को निर्देश दिए कि दिल्ली कूच के दौरान जितने भी पुलिस नाके मिले, उन सभी को तोड़ा जाए लेकिन कोई भी किसान पुलिस पर हाथ नहीं उठाएगा। चढूनी ने कहा कि पुलिस चाहे गोली चलाए या डंडा लेकिन किसान हाथ नहीं उठाएंगे। उन्होंने कहा कि जहां पुलिसकर्मी लाठी लेकर तैनात हैं, वहां पर किसान सड़क पर ही लेट जाएं, क्योंकि पुलिस लेटे किसानों पर लाठी नहीं चलाएगी।