डेस्क: भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के नेता गुरनाम सिंह चढूनी का बयान । चढूनी ने कहा कि, हरियाणा में इस किसान आंदोलन को कुचलने के लिए कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं बैरिकेड तोड़ने पर किसानों और किसान नेताओं के खिलाफ 307 तक के मामले दर्ज हुए हैं । आज हरियाणा में किसान आंदोलन चरम पर है खाप पंचायतें दिल्ली कूच कर रही है यह कानून किसानों के लिए नहीं कॉरपोरेटर के लिए बनाए गए हैं ।
चढूनी ने साथ ही कहा की, हमारी हर रोज संख्या बढ़ती जा रही है जब तक मांगे नहीं मानी जाती आंदोलन जारी रहेगा अगर मांगे नहीं मानी गई तो इससे भी कड़ा कदम हमे उठाना पड़ेगा ।