दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा होने से पहले ही शुरुआती रुझान में दिल्ली में एक बार फिर पांच साल के लिए केजरीवाल सरकार बनती दिखाई दी तो वहीं चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी का साथ छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए आदर्श शास्त्री और अलका लांबा को बड़ा झटका लगा। अलका लांबा चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं जबकि आदर्श शास्त्री कांग्रेस के टिकट पर द्वारका विधानसभा सीट से लड़ रहे हैं और दोनों को ही जनता ने नकार दिया।
बता दे कि किसी जमाने में ‘आप’ की लोकप्रिय नेता रहीं अलका लांबा ने पिछले वर्ष कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। कांग्रेस ने उन्हें चांदनी चौक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए खड़ा किया है। इस सीट से ‘आप’ के प्रत्याशी परलद सिंह साहनी अलका लांबा के सामने मैदान में थे और शुरुआती रुझानों में ही अलका लांबा की बहुत बुरी हाते दिखाई दी। अलका लांबा को चांदनी चौक की जनता ने सिरे से नकार दिया है।
वही कांग्रेस नेता आदर्श शास्त्री की बात करें तो उनका हाल भी कुछ अलका लांबा जैसा ही हुआ है। द्वारका विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमाने उतरे आदर्श शास्त्री रेस में कहीं भी नहीं दिखे।
किसी समय में अलका लांबा और आदर्श शास्त्री आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं में शामिल थे लेकिन जल्दी ही पार्टी से मोहभंग होने के बाद दोनों कांग्रेस में शामिल हो गए थे। बता दें कि आदर्श शास्त्री देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने आप के टीकट से द्वारका में चुनाव लड़ा और विजयी भी रहे। बाद में पार्टी से मोहभंग होने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे।