ब्यूरो। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। भारत को एक के बाद एक अब तक दो गोल्ड मेडल मिल चुके हैं, जबकि सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल मिलाकर भारत की झोली में अब तक कुल 5 मेडल आ चुके हैं। खास बात है कि ये सभी मेडल वेटलिफ्टिंग में आए हैं।
चोटिल होने के बावजूद जीता गोल्ड
मीराबाई चानू के बाद जेरेमी लालरिनुंगा ने वेटलिफ्टिंग की 67 KG कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता है। 19 वर्षीय जेरेमी मिजोरम की राजधानी आइजोल के रहने वाले हैं। उन्होंने NIS पटियाला से ट्रेनिंग ली है। वेटलिफ्टर जेरेमी ने मुकाबले के दौरान चोटिल होने के बावजूद हार नहीं मानी और सुनहरी कामयाबी हासिल की।
पिता ने झाड़ू उठाकर निभाई परिवार की जिम्मेदारी
जेरेमी लालरिनुंगा के कोच यू जोइता के मुताबिक जेरेमी बचपन में बांस की गठरी से अभ्यास करते थे। वो 5 भाइयों में तीसरे नंबर पर हैं। चारों भाइयों ने हमेशा जेरेमी को खेल में पूरा समर्थन दिया। जेरेमी के पिता लालरिनुंगा स्टेट और नेशनल लेवल पर बॉक्सिंग में मेडल जीत चुके हैं। हालात बेहतर न होने के कारण लालरिनुंगा को PWD के सड़क निर्माण में झाडू मारने की नौकरी करने पड़ी।
मीराबाई ने भी पेश की मिसाल
मीराबाई चानू ने 49 KG वेट कैटेगरी में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। उन्होंने कुल 201 KG वेट उठाते हुए गेम्स रिकॉर्ड के साथ पहला स्थान हासिल किया। संकेत महादेव ने मेंस 55 KG वेट कैटेगरी में सिल्वर मेडल दिलाया। गुरुराजा ने 269 KG वेट उठाकर ब्रॉन्ज मेडल जीता । बिंदिया रानी देवी ने 202 KG वेट उठाकर देश के लिए सिल्वर मेडल अपने नाम किया।