एक महीने की पैरोल पर रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आए राम रहीम को नकली कहे जाने पर खुद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सफाई दी है। एक सत्संग के दौरान डेरा प्रमुख ने तंज भरे लहज़े में कहा, “हम पतले क्या हुए, लोगों ने नकली कहना शुरू कर दिया।” राम रहीम ने कहा, “मैं भारत देश में रहता हूं और कानून को मानने वाला हूं। जो करोड़ों-अरबों संगत जुड़ी है, उन्हें पता है कि उनका गुरू वही है या कोई और है।”
श्रद्धालुओं ने ही उठाए थे सवाल
दरअसल, राम रहीम के पैरोल पर बाहर आने के बाद चंडीगढ़, अंबाला और पंचकूला के कुछ श्रद्धालुओं ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने कहा कि जेल से पेरौल पर आए राम रहीम नकली है। असली का कहीं किडनैप हो चुका है। हालांकि हाईकोर्ट ने इसे खारिज कर दिया।
कद और व्यवहार में बदलाव का दावा
हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले श्रद्धालुओं द्वारा कहा गया था कि उन्होनें जेल से बाहर आए डेरा प्रमुख में काफी बदलाव देखे हैं। डेरा प्रमुख का कद एक इंच बढ़ गया है। अंगुलियों की लंबाई और पैरों का साइज भी बढ़ा हुआ है। वीडियो में दिख रहा कि उसके चेहरे और हाथों में मास्किंग थी, जो बदल गई। कुछ दिन पहले उनके कुछ पुराने दोस्त मिले थे। जिन्हें वह पहचान नहीं पाए। इससे साफ है कि वह नकली डेरा प्रमुख है।
कोई फिल्म नहीँ चल रही- हाईकोर्ट
हाईकोर्ट ने भी इस मामले में याचिकाकर्ताओं को जमकर फटकार लगाई। हाईकोर्ट ने कहा कि यह किसी फिल्म में ही संभव है। लगता है याचिका दायर करने वालों ने कोविड के वक्त कोई फिल्म देखी है। हाईकोर्ट ने कहा कि यह कोई फिल्म नहीं चल रही। हाईकोर्ट ऐसे केसों की सुनवाई के लिए नहीं है। पटीशन दाखिल करते वक्त दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए।