डेस्क: मरीकी धरती पर हुए पहले अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच में शनिवार को वेस्टइंडीज ने बेहद रोमांचक मुकाबले में भारत को एक रन से हरा दिया। दोनों तरफ से बल्लेबाजों ने रनों की बरसात कर दी और एक मैच में सर्वाधिक 469 रन के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 489 रन बना डाले। बल्ले से जैसे रनों की बरसात हो रही थी और रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड टूट रहे थे। अपने सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने भी दूसरी पारी में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड बना डाला हालांकि जीत उसके नसीब में नहीं थी।
भारत को क्रिकेट के सभी प्रारूप में सर्वोच्च खिताब दिलाने वाले और कई बार संकटमोचक बनकर उभरे सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (43) शनिवार को भी उसी रूप में नजर आए। धोनी ने एक छोर संभालकर अपने करियर की सबसे उम्दा पारी खेल रहे लोकेश राहुल (नाबाद 110) के साथ 13.10 की औसत से 107 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत के बिल्कुल मुहाने पर पहुंचा दिया। भारत को आखिरी ओवर में सिर्फ आठ रन चाहिए थे और धोनी तथा राहुल क्रीज पर मौजूद थे तो लग रहा था कि जीत सिर्फ एक कदम दूर है। दोनों बल्लेबाज लेकिन अगले पांच गेंद में छह रन ही जोड़ सके और अब भारत को आखिरी गेंद पर जीत के लिए दो रन चाहिए थे।
गेंद का सामना करना था अपने 325वें अंतरराष्ट्रीय मैच में कप्तानी कर रहे धोनी को, लेकिन इस बार वह कोई करिश्मा नहीं कर सके और इस आखिरी गेंद पर कैच थमा बैठे। दूसरी ओर टी-20 क्रिकेट का तीसरा सबसे तेज शतक लगाकर नाबाद खड़े लोकेश राहुल की सारी मेहनत पर पानी फिर गया। टी-20 मैच के इतिहास में दूसरी पारी में सबसे बड़ा स्कोर हासिल करने के बावजूद भारत जीत हासिल नहीं कर सका।