दिल्ली। देश इस साल आज़ादी के 75 सालों का जश्न मना रहा है। देश की मोदी सरकार ने भी इसके लिए खूब तैयारियां की हैं। किसानों के बीच अपनी छवि सुधारने के लिए सरकार किसानों पर भी खास फोकस कर रही है, जिसके चलते मोदी सरकार 75 हज़ार किसानों की सफलता की कहानी का प्रकाशन किया है। ये ऐसे किसान हैं, जिन्होेंनें आधुनिक तरीकों से खेतीबाड़ी करने की सीख लेकर अपनी आय में इज़ाफा किया। एक तरह से केंद्र सरकार ने इसके जरिए किसानों की आय बढ़ने या दोगुनी होने का दावा कर दिया है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश में कृषि क्षेत्र और किसानों का तेजी से विकास हो रहा है। केंद्र व राज्य सरकारों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), कृषि विज्ञान केंद्रों सहित सभी के सामूहिक प्रयासों से असंख्य किसानों ने आय दोगुना या इससे ज्यादा करने में सफलता हासिल की है।
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में, आय बढ़ने वाले लाखों किसानों में से 75 हजार किसानों का संकलन कर एक ई-प्रकाशन तैयार किया गया है। साथ ही डबलिंग फार्मर्स इनकम पर राज्यवार संक्षिप्त प्रकाशन भी तैयार किया गया है। कृषि मंत्री तोमर सिंह ने इस अवसर पर इस ई-बुक का विमोचन किया। आईसीएआर के 94वें स्थापना दिवस पर तोमर ने वैज्ञानिकों व किसानों को पुरस्कार भी वितरित किए।
पूसा परिसर, दिल्ली में आयोजित समारोह में तोमर ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है, क्योंकि आईसीएआर ने गत वर्ष तय किया था कि आजादी के अमृत महोत्सव में ऐसे 75 हजार किसानों से चर्चा कर उनकी सफलता का दस्तावेजीकरण किया जाएगा, जिनकी आय दोगुनी या इससे ज्यादा बढ़ी है। सफल किसानों का यह संकलन देश के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा।
कृषि क्षेत्र में रोज़गार के अवसर पैदा होंगे- तोमर
तोमर ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है। कृषि ऐसा क्षेत्र है, जिसमें निरंतर काम करने की जरूरत है। नित-नई चुनौतियों का समाधान करने की जरूरत है। वर्तमान में चुनौती पारंपरिक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ तकनीक का इस्तेमाल करते हुए आगे बढ़ने की भी है। प्रधानमंत्री की कोशिश है कि गांव, गरीब-किसानों के जीवन में बदलाव आए। इसलिए ग्रामीण क्षेत्र में एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। कृषि मुनाफे में परिवर्तित हो, इसके लिए बहुआयामी प्रयत्न किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि नए रोजगार सृजित करने के लिए योजनाएं लागू कर फंडिंग की जा रही है। लोगों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा किए जा रहे हैं। पढ़ा-लिखा व्यक्ति जब खेती में आता है तो योग्यता और अनुभव के साथ तकनीक को जोड़ने से रोजगार के इतने अवसर पैदा किए जा सकते हैं, जिससे रोजगार की समस्या का समधान हो सकता है।