अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बुधवार को कहा कि दुनिया चीन से आने वाले खतरों को लेकर सतर्क है। लोकतांत्रिक देश इसका पूरी ताकत के साथ जवाब देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका का एक महत्वपूर्ण साझेदार है। हाल ही में भारत ने चीन के 59 ऐप पर अपने देश में बैन लगाए हैं। भारत ने चीनी ऐप पर प्रतिबंध इसलिए नहीं लगाया, क्योंकि अमेरिका ने इसे ऐसा करने के लिए कहा था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि वे इससे अपने नागरिकों को होने वाले खतरों के बारे में जानते थे।
चीन से दुनिया भर के देशों के लिए आने वाले खतरों का जिक्र करते हुए पोम्पियो ने कहा, ‘‘ जब तक चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ऐसी हरकतें करती रहेंगी, जैसा वे लंबे समय से करती रही हैं तो उन्हें ऐसा जवाब मिलेगा जैसा पहले कभी नहीं मिला। ऐसा सिर्फ अमेरिका की ओर से नहीं होगा, बल्कि दुनिया की सभी आजादी पसंद लोकतंत्र उसे जवाब देंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया को बताने से काफी पहले ही चीन की सरकार को कोरोना वायरस के एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने के बारे में पता था। गुरुवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में पोम्पिओ ने कहा, दक्षिणपूर्वी एशिया में ही नहीं बल्कि एशिया और यूरोप के देशों को भी अब चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश की जा रही चुनौतियों के बारे में पता चल गया है।अमेरिका ने भी काफी लंबे समय तक इस पर गौर नहीं किया। मेरा मानना है कि उन सभी ने भी यही किया और मुझे लगता है कि अब वे सभी एक संयुक्त निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि उससे निपटने का सही समय आ गया है।’